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ICAR-CIFT conducts Model training Course on ‘Advanced Fish Drying and Chilling’

ICAR-CIFT conducts Model training Course on ‘Advanced Fish Drying and Chilling’

 

A 8-days Model Training Course on “Advanced Fish Drying and Chilling Technology” sponsored by Directorate of Extension, Ministry of Agriculture & Farmers’ Welfare, Govt. of India,was inaugurated at ICAR-Central Institute of Fisheries Technology (ICAR-CIFT), Kochi, on Monday (19.08.2019). The training program was meant for Extension Officersworking in Agriculture / Fisheries and Allied Departments of States / UTs,Scientists from SAUs / KVKs / ICAR Institutes who are working at field leveland involve in extension activities in State Government Departments.The partcicipants from Andhra Pradesh, Karnataka, Tamil Nadu and Kerala attended the programme. The program was formally inaugurated by lighting the lamp by the Cheif Guest Dr.P.Sudheer Babu, Dean, College of Dairy Science and Technology, Thrissur. In his inaugural address, the Chief Guest highlighted the importance of refrigeration and chiiling techniques for fish and dairy industry and called for a collaborative research across the disciplines to reach out to the end users. Dr. C.N. Ravishankar, Director, ICAR-CIFT, Kochi, delivered a presidential address and pointed out the advancements in drying and chilling technologies and urged the trainees to come forward for widescale dissemination and implementation of the cutting-edge technologies in fish processing. Dr.Ashok Kumar, Course Director and HOD, Fish Processing Division, provided an overview about the training program. Dr. Manoj P Samuel, Course Director & HOD (Engg) welcomed the gathereing and Dr. J.Bindu, Principal Scientist,Fish Processing Division& Course Coordinator proposed the vote of thanks.  All the HOD, Senior officers and staff of ICAR-CIFT were present during the function.

 

उन्नत मत्स्य शुष्कन और हिमीकरण प्रौद्योगिकी पर मॉडल प्रशिक्षण कार्यक्रम

 

19-26 अगस्त 2019 के बीच भा कृ अनु प - के मा प्रौ सं में उन्नत मत्स्य शुष्कन और हिमीकरण प्रौद्योगिकी पर आठ दिनों का मॉडल प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया । विस्तार निदेशालय, कृषि और किसान मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित यह प्रशिक्षण कार्यक्रम कृषि मात्स्यिकी में कार्यरत विस्तार अधिकारीकरण और राज्य और संघ शसित प्रदेश में काम करने वाले सबंद्ध प्रभाग, एस ए यू/के वी के/भा कृ अनु प के संस्थानों  में कार्यरत वैज्ञानिक जो क्षेत्र स्तर पर कार्यरत है और विस्तार कार्यक्रम में लगे हैं, उनके लिए आयोजित किया गया । प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रतिभागी आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल से थे । कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन डॉ.पी.सुधीर बाबू, डीन, डायरी विज्ञान और प्रौद्योगिकी कॉलेज त्रिशूर द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ, प्रशिक्षण कार्यक्रम में उन्नत मत्स्य शुष्कन और हिमीकरण और हिमीकरण प्रौद्योगिकी  के भिन्न पहलूओं पर कक्षाएं चलाई गई, प्रशिक्षण मुख्यत: अम्मास पहलूओं, स्टार्प अप और उद्यमकर्त्ता विकास पर केंद्रित था । प्रतिभागियों को के मा प्रौ सं द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों का कृषि व्यापार अंडजनन प्रक्रिया को समझने और वहां दौरा करने का एक मौका दिया गया । समापन सामरोह की अध्यक्षता डॉ.ए.गोपालकृष्णन, निदेशक, भा कृ अनु प - के स म अ कें ने डॉ.रविशंकर सी.एन, निदेशक भा कृ अनु प - के मा प्रौ सं एवं सदस्य कर्मचारियों की उपस्थिति में की ।

 

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