4-6 दिसंबर, 2018 के दौरान भा कृ अनु प-के मा प्रौ सं, कोच्चि द्वारा एनएफडीबी प्रायोजित कौशल विकास कार्यक्रम "मत्स्य का पूर्व-प्रसंस्करण और शुष्कन" पर आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एर्नाकुलम जिले के 25 प्रतिभागियों ने भाग लिया जो मछुआरे और उद्यमी जो स्वास्थ्यकर सौर मत्स्य शुष्कन की प्रथाओं में रुचि रखते थे। इस कार्यक्रम में पूर्व प्रसंस्करण, शुष्कन, गुणवत्ता मूल्यांकन, शुष्क मत्स्यों का संवेष्टन और मत्स्य अपशिष्ट प्रबंधन से संबंधित क्षेत्र शामिल थे । विश्व मृदा स्वास्थ्य दिवस समारोह के भाग के रूप में 5 दिसंबर, 2018 की दोपहर को, डॉ.मनोज पी. सैमुअल, प्रधान वैज्ञानिक और प्रभागाध्यक्ष, अभियांत्रिकी प्रभाग द्वारा जलवायु परिवर्तन और मृदा और जल प्रबंधन प्रथाओं पर प्रतिभागियों के लिए एक विशेष सत्र आयोजित किया गया। यह सत्र मुख्य रूप से मृदा प्रदूषण, मृदा क्षरण और खाद्य सुरक्षा पर केंद्रित था। उन्होंने मृदा और जल संरक्षण उपायों से संबंधित विषयों को भी अपने भाषण में शामिल किया।
एनएफडीबी के प्रशिक्षण के हिस्से के रूप में ‘जलवायु परिवर्तन और मृदा और जल प्रबंधन’ पर आयोजित सत्र
डॉ.मनोज पी.सैमुअल ने 5 दिसंबर, 2018 को सुबह 10 बजे, भा कृ अनु प-के स मा अनु सं, कोच्चि में केरल में बाढ़ की स्थिति के बाद मृदा और जल प्रबंधन प्रथाओं पर एक आमंत्रित भाषण कृषि विज्ञान केन्द्र भा कृ अनु प-के स मा अनु सं, कोच्चि द्वारा आयोजित विश्व मृदा स्वास्थ्य दिवस समारोह के हिस्से के रूप में प्रदान किया। इस सत्र में मृदा संरक्षण उपायों की आवश्यकता और खाद्य सुरक्षा पर इसके परिणामों पर जोर दिया गया। इस कार्यक्रम में किसानों और सामाजिक कार्यकर्ताओं सहित 50 से अधिक लोगों ने भाग लिया।
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